Friday, February 26, 2010

परवरिश फूलों की!

फूलों को भी परवरिश की जरूरत होती है, जैसे कि बच्चों को. कुछ खिलते हैं और कुछ खिलखिलाते हैं.

एहसास हुआ किसी के यहाँ फूलों को देख कर.

Thursday, February 4, 2010

छठवें दलाई लामा की जन्मस्थली: तवांग

 (तवांग मोनेस्ट्री में शाक्यमुनि बुद्ध का चित्र) 

तवांग यात्रा के दौरान गाइड महोदय ने हमें छठवें दलाई लामा की जन्मस्थली के दर्शन भी कराये थे. तवांग से कुछ ही दूर. बहुत ही शान्तिदायक स्थान है. आँगन में एक पेड़ है जिसकी पत्तियों में कुछ दैविक गुण हैं. मान्यता है कि छोटे बच्चे को कॉमन कोल्ड वगेरह हो, तो इसके पत्ते को पास में रख दें. या इसको गरम पानी में डाल दें कुछ देर के लिये और फिर उस पानी को गुनगुना होने के बाद रुमाल से गले और पीठ पर लगायें जैसे कि विक्स लगाते हैं. स्वास्थ्य में तुरंत सुधार होता है.

दादावा, सा दिंगदिंग और डीप फोरेस्ट


अभी पिछले हफ्ते टाइम्स ऑफ़ इंडिया में खबर छपी चीन की गायिका सा दिंगदिंग के बारे में जो शंघाई में इस महीने 'वर्ल्ड एक्सपो २०१०' में परफोर्म कर रही हैं. दिंगदिंग के अलावा हमें दादावा भी काफी पसंद हैं. कितना अच्छा होता कि दोनों 'डीप फोरेस्ट' के साथ एक ही मंच पर हों और थीम हो - 'छठवें दलाई लामा के प्रेमगीत'. सा दिंगदिंग 'डीप फोरेस्ट' के साथ परफोर्म कर चुकीं हैं और दादावा ने छठवें दलाई लामा के प्रेमगीतों को सुरबद्ध किया हुआ है - 
दादावा (Voices from the sky 1997)
http://www.youtube.com/watch?v=QhhZZojL854
सा दिंगदिंग का संस्कृत मिक्स (Alive 2007) -
http://www.youtube.com/watch?v=HP1FoZpdNtM
डीप फोरेस्ट (Boheme 1995)
http://www.youtube.com/watch?v=OLhjpThXG2g