अब बाग और बगीचे कहाँ दीखते हैं?और वैसे भी बस्ते के बोझ तले बेचारा बच्चा बैग संभालेगा या तितलियों को..क्या दिन थे वो बचपन के जो कभी लौट ही नहीं सकते...
अब बाग और बगीचे कहाँ दीखते हैं?
ReplyDeleteऔर वैसे भी बस्ते के बोझ तले बेचारा बच्चा बैग संभालेगा या तितलियों को..
क्या दिन थे वो बचपन के जो कभी लौट ही नहीं सकते...